पटना । बिहार सरकार के स्कूली टीचर प्राइवेट कोचिंग में नहीं पढ़ाएंगे। पढ़ाने पर कार्रवाई की जाएगी। टीचर को कोचिंग पढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। सरकारी स्कूल में नामांकित स्कूली बच्चे स्कूल टाइम पर कोचिंग संस्थान में पढ़ने नहीं जाएंगे। शिक्षकों को रील बनाए जाने पर भी रोक है। स्कूल में रील नहीं बनाएंगे।
बिहार सरकार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने ये बातें शिक्षक संवाद के दौरान कही है। उन्होंने कहा है कि प्राइवेट कोचिंग और ट्यूशन सरकारी टीचर नहीं पढ़ाएंगे। कोचिंग नहीं चलाएंगे। इसके साथ ही कोई भी सरकारी स्कूल में नामांकित कोई भी बच्चा स्कूल टाइम पर कोचिंग नहीं जाएगा।
हालांकि, सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहें बच्चों को कोचिंग क्लास करने से मनाही नहीं है। स्कूल टाइमिंग के बाद किसी भी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई करेंगे। बिहार सरकार के स्कूलों में रील्स बनाए जाने पर रोक है। डांस-ड्रामे की रील बनाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षक का एनवोल्मेंट पाए जाने पर नौकरी जाएगी।
अपर मुख्य सचिव डॉ.एस सिद्धार्थ ने कहा है कि स्कूल परिसर में शैक्षणिक कार्य का रोक नहीं है। यदि कोई बच्चों को पढ़ाई लिखाई से जुड़ा वीडियो दिखाना है दो दिखाए। यूट्यूब से पढ़ाना है। अध्ययन में मदद होगा। लेकिन, डांस और ड्रामा करते हैं तो कार्रवाई होगी। अपने घर और पार्टी पर रोक नहीं है। स्कूल परिसर में शैक्षणिक कार्य होगा। पढ़ाई-लिखाई के लिए रोक नहीं। चाइल्ड राइट का ध्यान रखना होगा। बच्चे को दिखाना नहीं है।
प्रधानाध्यापक को शक्ति-स्कूल में प्रधानाध्यापक नियुक्त हुए हैं। स्कूल की गतिविधियों को संचालित करना है। यहां कॉर्डिनेशन करना है। स्कूल में टाइम से पढ़ाई हो रही है। सरकार के आदेश को पालन कराना है। यदि कोई शिक्षक या स्टूडेंट्स सरकारी नियम को फॉलो नहीं कर रहें है तो प्रधानाध्यापक कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे। यह पूरी शक्ति दी गई है। उन्हें कोई रोक नहीं है। लेकिन,मेरी जानकारी में कोई प्रधानाध्यापक ने शिकायत नहीं की है।
यह शिकायत नहीं की है कि टीचर पढ़ाते नहीं है। लापरवाही बरतते हैं। स्कूल में दो दो गुट बन गए है। दोनों लड़ रहें है। यहीं शिकायत आती है। कोई शैक्षणिक सत्र को लेकर कोई हेड मास्टर कम्पलेन नहीं करते हैं। कार्रवाई होगी। लेकिन, हेड मास्टर द्वेष की भावना से नहीं लिखे।
सरकार चाहती है कि तकनीक शिक्षा बच्चों की दी जाए। इस महीने सर्वे चल रहा है। स्मार्ट क्लासेज का सर्वे हो रहा है। बिल्डिंग बने स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू होगा। धीरे-धीरे सभी मिडिल और हाई स्कूल में इसे लागू किया जाएगा। बिहार के स्मार्ट क्लास मे रिकार्डिंग की व्यवस्था नहीं । एनसीआरटी जो कंटेंट भेजता है,उसे रन कराया जाता है। एनसीआरटी और अन्य माध्यम से आई कंटेंट को चलाया जा रहा है।
बिहार एक्जामिनेशन बोर्ड,विश्वविद्यालय और सरकार तीनों मिलकर बैठेंगे। इसको पॉजिटिव लेंगे। स्कूलों में खेल को सब्जेक्ट के रूप में लिया जाएगा। टेन प्लस टू के लिए एक्जाम सिलेबस जारी होगा। बिहार बोर्ड सिलेबस जारी करेगा। स्टूडेंट्स की मांग पर जारी होगा। बारहवीं में कम्प्यूटर–यह जल्द शुरू होगा। मंथली टेस्ट होगा। ऑनलाइन मोड मे आएगा। जल्द शुरू होगा।